जौनपुर जनपद के प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल द्वारा जून के महीने में छापेमारी कर बड़ी संख्या में सरकारी दवाई पकड़ी गई थी। बुधवार को इस मामले में नया ट्विस्ट आया है। जिला अस्पताल में तैनात CMS डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर छापेमारी के लिए उन्होंने ही जॉइंट मजिस्ट्रेट को जानकारी दी थी। जबकि जॉइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल ने अपनी जांच रिपोर्ट में CMS को फटकार लगाई थी। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी सीएमएस अनिल शर्मा पर विभागीय जांच का निर्देश दे चुके हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को मीडिया से बातचीत में सीएमएस डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि करंजकला ब्लॉक के सामने प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर हुई छापेमारी उन्ही के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर हुई थी। इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। डिप्टी सीएम ने 3 फार्मासिस्ट को निलंबित किया था। जांच रिपोर्ट में हिमांशु नागपाल ने सीएमएस को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने सीएमएस के कार्य में लापरवाही की बात कही थी। लेकिन मीडिया से बातचीत के दौरान सीएमएस ने बताया कि उन्हीं की जानकारी के आधार पर छापेमारी की गई थी। दायित्वों का निर्वहन नहीं करते CMS
सीएमएस द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी चर्चा का विषय बनी हुई। एक तरफ सीएमएस के द्वारा यह कहा जा रहा है कि छापेमारी की जानकारी उनके द्वारा प्रदान की गई थी। जबकि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा जांच रिपोर्ट में सीएमएस को जमकर लताड़ लगाई गई थी। हिमांशु नागपाल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि सीएमएस अनिल कुमार शर्मा अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं करते हैं। सीएमएस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हिमांशु नागपाल ने लिखा था कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सीएमएस नियंत्रण में नहीं रखते हैं।डिप्टी CM ने दिखाई सख्ती
पुलिस ने इस मामले में दो फार्मासिस्ट को हिरासत में लिया था। जिला जज की कोर्ट ने दोनों फार्मासिस्ट को जमानत दे दी है। मीडिया को दिए गए बयान के बाद से मामला सुर्खियों में आ गया है। इस मामले में तीसरा आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। डिप्टी सीएम ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए फार्मासिस्ट के निलंबन की कार्रवाई और सीएमएस पर विभागीय जांच की बात कही थी।