जौनपुर जनपद के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने गुरुवार को डीआईओएस दफ्तर का औचक निरीक्षण किया तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लापता कर्मचारी भी दफ्तर पहुंच कर अपने पटल पर मुस्तैद हो गए। कार्यालय में जुटी भारी भीड़ देख जिलाधिकारी ने जानकारी ली तो मालूम हुआ कि तमाम ऐसे शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी 50 से 70 किलोमीटर दूर मुंगराबादशाहपुर और सुईथकला विकास खंड से यहां आए हुए हैं, लेकिन पटल पर संबंधित कर्मचारियों के उपस्थित नही होने से उन्हें तमाम समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। जिलाधिकारी ने डीआईओएस नरेंद्र देव को कड़े निर्देश दिए कि कार्यालय में एक आगंतुक रजिस्टर बनाया जाए। जिस पर संबंधित क्षेत्र से आने जाने वाले का नाम, पता, मोबाइल नंबर और उसके आने का कारण दर्ज होना चाहिए।
विद्यालय समय सारणी के अनुसार कोई भी शिक्षक विद्यालय छोड़कर जौनपुर मुख्यालय पर दिखाई ना दे , उसे प्रत्येक दशा में पठन-पाठन करना अनिवार्य है। बावजूद इसके अगर कोई भी शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारी मुख्यालय पर दिखाई देता है तो संबंधित शिक्षक के साथ डीआईओएस से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।