जौनपुर जनपद के गौराबादशाहपुर के 81 वर्षीय रामबली शनिवार को सीजेएम कोर्ट में उपस्थित होकर बोले, जज साहब मैं जिंदा हूं। यह सुनते ही कोर्ट में मौजूद लोग सन्न रह गए। इस पर जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर धोखाधड़ी व जालसाजी करने पर सदर तहसील के नायब तहसीलदार समेत चार पर सीजेएम ने धोखाधड़ी, जालसाजी का वाद दर्ज किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चोरसंड के रामबली ने कोर्ट में धारा 156 (3) के तहत नायब तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल समेत चार के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था कि मैं वर्तमान में गौसपुर खुटहन में रहता हूं। चोरसंड में न रहने के कारण पड़ोसी ने खाता व चक में मुझे मृत दिखाकर सेक्रेटरी के माध्यम से मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करा लिया और 12 सितंबर 2021 को मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद सरकारी कर्मचारियों को मिलाकर भूमि पर अपना नाम दर्ज करा लिया। मैं गरीब हूं। परिवार के लोग मुंबई रहते हैं। लोग जब घर आए और खेत की मेड़ बांधने गए तो पड़ोसी ने रोक दिया। कहा यह जमीन हमारे नाम हो गई है। मैं जब पता करने सदर तहसील पहुंचा तो धोखाधड़ी व जालसाजी की जानकारी हुई। मेरे तीन पुत्र व पत्नी है। इसके बाद भी आरोपितों ने साजिश कर उसे मृत दिखाकर संपत्ति अपने नाम करा दिया। अब मुझे व परिवारवालों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस अधीक्षक को दरखास्त देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।