जौनपुर जनपद में 535 ईट भट्ठा मालिकों ने इस बार ईंट नहीं बनाने का मन बना रहे है। भट्ठा मालिकों की तरफ से हड़ताल करने की बात सामने आ रही है। जीएसटी संबंधित मांग न माने जाने की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है। इसकी सूचना जिला प्रशासन, वित्त मंत्रालय, पर्यावरण विभाग और कोयला मंत्री को दी गई है। भट्ठा मालिक के हड़ताल पर जाने से ईंट की कीमतों में भी इजाफा होने का आसार नजर आ रहा।
इस संबंध मे ईट निर्माण समिति के महामंत्री अनिल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि भट्ठा मालिक को एक करोड़ रुपए पर एक फ़ीसदी टैक्स देना होता था। लेकिन सरकार ने इस पर 6 फ़ीसदी जीएसटी लगा दी है। सरकार द्वारा कोयले पर भट्ठा मालिकों से 5 फ़ीसदी जीएसटी ली जाती है। अक्टूबर महीने से ईट भट्ठों में काम शुरू हो जाता है। ऐसे में भट्ठा मालिकों की मांग है कि उन्हें कंपोजिशन टैक्स की श्रेणी में रखा जाए। इस स्लैब में उनसे कोई भी टैक्स न लिया जाए।