बदलापुर क्षेत्र के डेहूणा गांव में ग्रामीणों ने गांव के प्राथमिक स्कूल के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन बिजली तार हटाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन में ग्रामीणों के साथ स्कूल के बच्चे व उनके अभिभावक भी शामिल हो गए। अभिभावकों का कहना है कि हमारे बच्चे मौत के साये में शिक्षा लेने को मजबूर हैं। विद्यालय के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजर रहा है जो कि किसी भी समय बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है। मिली जानकारी के मुताबिकडर के चलते अभिभावक बच्चों को नहीं भेज रहे स्कूल
बता दें कि बीती रात हाईटेंशन तार टूट गया। विद्यालय कैंपस में लगा 63 केवीए का ट्रांसफार्मर धू धूकर जल गया। आग इतनी विकराल थी कि कैंपस में लगा बरगद का पेड़ झुलस गया। अच्छा था कि उस समय रात थी। अगर दिन में ये घटना होती तो विद्यालय चल रहा होता और बड़ा हादसा हो सकता था। इसी भय से कुछ ग्रामीण अपने बच्चों को विद्यालय जाने से रोक रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि शासन की तरफ से जहां एक तरफ परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। खंड शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कई बार शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर बिजली विभाग से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण बच्चों की सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ है। कई स्कूलों में ये बिजली के तार बने हैं खतरा
बदलापुर क्षेत्र के अन्य 8 विद्यालयों पर हाईटेंशन तार होकर गुजर रहे हैं। जिसमें डेहूणा, तियरा, बड़ेरी, जूनियर स्कूल तियरा,गोनौली,जगदीशपुर,सिंगरामऊ,रतासी हैं। जो हर पल खतरे को निमंत्रण दे रहे हैं। ग्राम प्रधान अनिता यादव, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमरनाथ यादव ने बताया कि इसकी सूचना कई बार ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में एसडीओ रविंद्र पाल ने बताया कि अभी मुझे आए कुछ दिन ही हुए हैं। यहां से होकर कई गांव की बिजली गुजरती है। यहां से जल्द ही स्टीमेट बनाकर विद्यालय में से हाईटेंशन तार को अन्यत्र हटा दिया जाएगा, लेकिन थोड़ा समय लगेगा।