जौनपुर जनपद के खुटहन थाना क्षेत्र के पटैला क्षेत्र निवासी सपा नेता शहाबुद्दीन की कुछ दिनों से अज्ञात रूप से गायब रहने की ख़बर ने हड़कंप मचा दिया था। शहाबुद्दीन के भाई ने थाना प्रभारी निरीक्षक खुटहन के. के चौबे को गुमशुदगी की तहरीर देकर खोजबीन करने की अपील की थी।
जानकारी के अनुसार हरदोई जिले में कासिमपुर थाना क्षेत्र के संडीला-मल्लावां मार्ग पर एक नवंबर को कहली गांव के पास मवेशियों से भरा कंटेनर पलट गया था। इस प्रकरण में शामिल पांच पशु तस्करों को पुलिस ने एक बाग से दबोच लिया। इनके पास से नौ मवेशी और कार मिली है। एसपी राजेश द्विवेदी ने पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेज दिया।
उक्त जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि एक नवंबर को कासिमपुर थाना क्षेत्र में कहली गांव के पास मवेशियों से भरा कंटेनर पलटा मिला था। इसमें 27 मवेशी भरे हुए थे। कंटेनर से बाहर निकालने पर 7 मवेशी मृत रूप में निकाले गए थे अन्य को गोशाल में छुड़वा दिया गया था। घटना के खुलासे के लिए सर्विलांस व बघौली सीओ की टीम लगी हुई थी।
बताते चलें कि रविवार को एक कॉलेज के पास स्थित सुरेश मिश्रा के बाग में तस्करों के होने की सूचना कासिमपुर पुलिस को मिली।खबर मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी करके मौके से तीन लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम और पता रामपुर जिले के गंज थाने के काशीपुरा निवासी युसुफ, शाहाबाद के ताजपुरा निवासी अखलाक, रामपुर जिले के शहजादनगर थाने के जटिया गांव निवासी इंतजार हुसैन बताया।
फिर पुलिस के द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर अपने साथी जौनपुर जिले के खुटहन थाने के पटैला गांव निवासी शाहबुद्दीन उर्फ शाबू व कानपुर नगर के रोशनपुर निवासी मोहम्मद सलीम को बताया। पुलिस ने दोनों को संडीला कस्बा चौकी के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने नौ जिंदा गोवंश, एक कार बरामद की है।
पुलिस के पूछताछ में बड़ी बात सामने निकलकर आई उन्होंने बताया कि वह लोग इस्लाम, हाजी से संपर्क कर गाड़ी मालिक शाहबुद्दीन व समीम अन्य गाड़ी मालिकों से मवेशियों को बिहार व अन्य राज्यों में भेजते थे। मवेशी लादने वाले लोगों को 20 से 25 हजार रुपये व वाहन मालिक को 80 से 90 हजार रुपये देते थे। बताया कि हाजीपुर में पूरा रैकेट चलाता है। 31 अक्तूबर को मल्लावां व एक नवंबर को कासिमपुर क्षेत्र में कंटेनर पलटने के मामले में शामिल थे। पुलिस ने बताया कि पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है
एसपी ने बताया कि राजस्थान के कोटा व अन्य जगहों की घुमंतू जाति के लोग विभिन्न जनपदों में आवारा मवेशियों को एकत्र करने का काम करते हैं। इसके लिए वह अपने साथ मवेशियों का झुंड लेकर चलते हैं। जिससे किसी को शक न हो सके। जब इनके पास मवेशियों की संख्या 50 के करीब हो जाती है। यह गो तस्करों को वीडियो बनाकर भेजते हैैं। इसके बाद सौदा तय होने पर मवेशी तस्करों को बिक्री कर देते हैं। एक कंटेनर मवेशी लदवाने में 20-25 हजार रुपये लेते हैं।
पुलिस अधीक्षक ने मीडियाकर्मियों ने बताया कि शाहबुद्दीन शातिर गो तस्कर है। उसके खिलाफ जौनपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, आजमगढ़, आदि जनपदों में पशु क्रूरता अधिनियम, गैंगस्टर समेत 17 मुकदमे दर्ज हैं। अन्य आरोपियों की अपराध कुंडली खंगाली जा रही है।