जौनपुर जनपद मे आजादी के अमृत महोत्सव पर पर्यटकों को सहूलियत देते हुए शाही किले में टिकट फ्री कर दिया गया है। यह विशेष छूट पांच से 15 अगस्त तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की तरफ से दी गई है।
बता दे कि यहां पर रोजाना करीब 500 की संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के तहत जनपद का शाही किला आता है। यहां पर विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट 300 रुपये तो भारतीयों को कैश काउंटर से टिकट 25 रुपये में मिलता है। भारतीयों को आनलाइन टिकट लेने पर यह 20 रुपये में मिलता है। यहां कैश काउंटर पर मिलने वाला टिकट कोरोना के समय से ही बंद चल रहा है। ऐसे में किला घूमने आने वाले मोबाइल से आनलाइन टिकट बुक करते हैं।
बुक करके न आने पर वह किला के बाहर दुकानदारों से आनलाइन टिकट कराकर अपने मोबाइल में लेते हैं। फिर उसको अंदर किला के प्रवेश द्वार पर चेक किया जाता है। विभाग की मानें तो आजादी के दिन करीब एक हजार सैलानी आते हैं, फिर अंदर जाने की अनुमति दी जाती है।
नगर में गोमती तट पर स्थित इस किले का निर्माण फिरोज शाह ने 1362 में कराया था। इस किले का भीतरी फाटक 26.5 फीट ऊंचा व 16 फीट चौड़ा है। केंद्रीय फाटक 36 फीट ऊंचा है। इसके ऊपर एक विशाल गुंबद बना है। वर्तमान में इसका पूर्वी द्वार व अंदर की तरफ मेहराबे आदि है, जो इसकी भव्यता की गाथा को बताते हैं। इसके सामने के शानदार फाटक को मुनीम खां ने सुरक्षा की दृष्टि से बनवाया था तथा इसे नीचे व पीले पत्थरों से सजाया गया था। अंदर तुर्की शैली का हमाम एवं एक मस्जिद भी है। किले से गोमती नदी एवं नगर का मनोहर दृश्य दिखाई देता है। इब्राहिम बरबक की तरफ से बनवाई गई मस्जिद की बनावट में हिंदू व बौद्ध शिल्प कला की छाप है। पांच से 15 अगस्त तक शाही किला में घूमने आने वाले पर्यटकों का किसी प्रकार का टिकट नहीं लगेगा। यह निर्णय आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए लिया गया है। फिलहाल आफलाइन टिकट का कैश काउंटर बंद चल रहा है, केवल आनलाइन टिकट चल रहा है।