जौनपुर जनपद के खुटहन थाना क्षेत्र के लखनीपुर गांव निवासी सैलून संचालक का सुल्तानपुर जिले के सूरापुर थाना क्षेत्र के बिजेथुआ महाबीर धाम के तालाब में शव पाया गया था। पीएम रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या की बात सामने आयी थी। मृतक के पिता की तहरीर के बाद भी पुलिस मामले की लीपापोती में जुटी रही। आखिरकार घटना के 24 दिनों बाद 2 सितंबर को उच्चाधिकारियों के दबाव पर छह आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। घटना को 29 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
बताते चले कि उक्त गांव निवासी 22 वर्षीय आनंद शर्मा पुत्र रामराज बदलापुर थाना क्षेत्र के चंदापुर बाजार में सैलून चलाता था। इसी बाजार के चिकित्सक से आनंद शर्मा की दोस्ती थी। 8 अगस्त को दुकान बंद कर आनंद घर आया। चिकित्सक के साथ महाबीर धाम दर्शन करने चला गया। चिकित्सक के अलावा पांच और युवक जो अलग अलग गांव के थे। वह भी गए थे। आधी रात को तालाब में स्नान करते समय आनंद शर्मा की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी। सभी साथी शव को वहीं अस्पताल में छोड़ फरार हो गए।
पिता रामराज ने छह के खिलाफ नामजद तहरीर दिया था। पहले तो पुलिस डूबकर मरना मानकर मामले को दबाने का प्रयास की। लेकिन बाद में पीएम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या आने के बाद भी मामले को दबाए रखा। दबाव पड़ने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।