जौनपुर जनपद के खेतासराय थाना क्षेत्र के बारा गांव में एक मासूम की संदिग्ध हाल में हुई मौत के मामले में बुधवार को शव को कब्र से निकाल कर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया था। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। ऐसे में पुलिस ने विसरा को सुरक्षित रखते हुऐ विधि विज्ञान प्रयोगशाला दिय। विसरा रिपोर्ट आने पर ही मासूम के मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।
बारा गांव में 29 अक्तूबर को एक बरात आई थी। गांव के धर्मेंद्र और उनका परिवार पड़ोस में आई बारात में द्वारचार देखने चला गया था। परिजन घर लौटकर आए तो धर्मेंद्र का एक वर्षीय पुत्र आरव मृत मिला। परिजनों ने शव को गांव के श्मशान स्थल ले जाकर दफन कर दिया। घटना के तीन दिन बाद पिता को पता चला की उसके बेटे आरव की मौत किसी के द्वारा जहर देने से हुई थी। घटना के तीसरे दिन संदिग्ध मौत होने की आशंका पर पिता धर्मेंद्र ने थाने में तहरीर दी। शव को कब्र से निकलवाकर पीएम के लिए उसने प्रशासन से अनुमति मांगी। अनुमति मिलने पर बुधवार को सुबह एसडीएम अंकित कुमार, सीओ चोब सिंह, नायब तहसीलदार अमित सिंह, थानाध्यक्ष युजवेंद्र कुमार सिंह की मौजूदगी में बच्चे के शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद भी मासूम की मौत का वास्तविक कारण का पता नहीं चल पाया। ऐसे में विसरा प्रिजर्व करके जांच के लिए भेजा गया। इस मामले में थाना प्रभारी खेता सराय यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। इसको देखते हुए विसरा को सुरक्षित रखते हुए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया है। एक सप्ताह बाद विसरा की रिपोर्ट आने पर ही बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।