जौनपुर जनपद के खेतासराय थाना क्षेत्र के जमदहा में धोखेबाज पति से आहत धरने पर बैठी गर्भवती महिला की हालत मंगलवार को बिगड़ गई। ग्रामीणों के सहयोग से पीएचसी सोंधी पर भर्ती कराया गया। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद विवाहिता पुनः अपने ससुराल में धरने पर बैठ गई। तीसरे दिन भी प्रशासन का कोई नुमाइंदा पीड़िता को आश्वासन देने नही पहुँचा। विवाहिता न्याय के लिए अडिग है।
बता दे कि महाराष्ट्र में 2018 में प्रेम विवाह कर शादी करने वाली सुनीता को पति मिंटू प्रजापति ने छोड़कर वहा से फ़रार हुआ तो वह ख़ुद ढूढते हुए यहाँ पहुँची। लेकिन ससुराल वालों ने घुसने नही दिया तो पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसे प्रवेश मिला। बमुश्किल दो माह बीते होंगे आरोप है कि उसे ससुराल के लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा।
क़रीब बारह दिन पहले उसे घर से निकाल दिया गया। ग्रामीणों ने उसे पनाह दिया। लगभग एक सप्ताह तक थाना और एसपी कार्यालय का चक्कर लगाया लेकिन उसे कोरा आश्वासन ही हाथ लगा। न्याय न मिलने से क्षुब्ध विवाहिता देढ़ साल की पुत्री नव्या के साथ ससुराल के चौखट पर धरने पर बैठी हुई है। धरने के दौरान तबीयत बिगड़ी तो पीएचसी सोंधी में चिकित्सकों ने उपचार किया। जरूरी दवा के बाद डिस्चार्ज कर दिया। तीसरे दिन भी प्रशासन की तरफ़ किसी ने सुधि नही ली।
उधर डीजीपी कार्यालय ने धरने को संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक जौनपुर को कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस संबंध मे सीओ शाहगंज अंकित कुमार ने बताया कि मामले का हल निकालने में लगे हुए है चुंकि पति मुंबई में है इस वजह से घर मे प्रवेश दिलाने में समस्या आ रही है। यदि पीड़िता एफआईआर के लिए तहरीर देती है तो अभियोग दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।